हाल ही में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक ऐसा बयान दिया, जिसने देश में विवाद खड़ा कर दिया।जिससे अफगानिस्तान के साथ पड़ोसी मुल्क के रिश्ते खराब हो सकते हैं, उन्होंने कहा कि महमूद गजनबी हीरो नहीं बल्कि एक लुटेरा था। इस बयान को लेकर पाकिस्तान में काफी चर्चा हो रही है।
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इतिहास में महमूद गजनबी को एक महान योद्धा और इस्लाम का रक्षक बताया जाता है, लेकिन असल में वह एक लुटेरा था। उसने भारत पर कई बार हमला किया और यहां की संपत्ति लूटकर अपने देश ले गया। आसिफ ने कहा कि हमें अपनी गलत इतिहास कहानियों से बाहर आना चाहिए और सच्चाई को अपनाना चाहिए।
महमूद गजनबी 11वीं सदी का एक आक्रमणकारी था। उसने भारत पर करीब 17 बार हमले किए। इनमें सबसे प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर का हमला था, जहां से उसने भारी मात्रा में सोना और धन लूटा। इतिहासकारों के अनुसार, उसने धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर अपनी सेना और साम्राज्य को मजबूत किया।
आसिफ के बयान के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक और धार्मिक हलकों में हंगामा मच गया। कई लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ इसे अपने इतिहास और धर्म का अपमान मान रहे हैं। विरोधी दलों ने कहा कि आसिफ ने यह बयान देकर देश की छवि खराब की है।
ख्वाजा आसिफ ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान को अपने इतिहास से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि झूठी कहानियों और गढ़े हुए नायकों पर गर्व करने के बजाय हमें अपने देश को बेहतर बनाने पर ध्यान देना चाहिए।
पाकिस्तान की जनता इस बयान को लेकर बंटी हुई है। कुछ लोग इसे सच्चाई स्वीकार करने का साहसिक कदम मानते हैं, तो कुछ इसे राष्ट्रीय गौरव पर हमला बताते हैं। सोशल मीडिया पर इस विषय पर बहस जारी है।